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प्यारे वीरेन (डंगवाल) का प्यारा-सा पत्र... लक्ष्मण सिंह बिष्ट बटरोही

August 04, 2017
(पत्र में उसने तारीख नहीं लिखी है, फिर भी याद है कि यह पत्र 1999 की शरद ऋतु का है जो उसने बरेली से बुदापैश्त को भेजा था. हर वर्ष की तरह उस...Read More

रंगकर्मी स्व. ब्रजेन्द्र लाल शाह जी को सपर्पित सांस्कृतिक संस्था

July 06, 2017
ब्रजेन्द्र लाल शाह थिएटर सोसाइटी (पूर्व में लोकरंग संस्था) उत्तराखंड के प्रसिद्ध रंगकर्मी और साहित्यकार स्व.ब्रजेन्द्र लाल शाह जी को ...Read More

बिनसर घाटी का खशिया देवता चरवाहा कलबिष्ट..लेख : लक्ष्मण सिंह बिष्ट "बटरोही"

July 04, 2017
हमारी विरासत बिनसर घाटी का खशिया देवता चरवाहा कलबिष्ट और  दुष्ट सामंत नौलखिया पांडे के षड्यंत्र का कुमाऊँनी जागर. उत्तराखंड के ...Read More

वीर भड़ माधोसिहं भंडारी द्वरा निर्मित गूल : राकेश पुंडीर

May 22, 2017
सोलवीं शताब्दी के प्रथमार्ध में गढ़वाल के महाराजा महपतशाह का शासन था. उस दौरान औरंगजेव अपने जीवन के किशोरवय में रहा होगा और कदाचित महान शिव...Read More

कुमाउनी और गढ़वाली संस्कृति में जागर : डॉ.ललित योगी

May 08, 2017
        जागर का मतलब होता है जगान या जागरण. उत्तराखण्ड तथा नेपाल के पश्चिमी क्षेत्रोँ में कुछ ग्राम देवताओँ जैसे गंगनाथ, गोलु, भनरीया, काल...Read More